हसनपुर। एक समय था जब सोनिया प्रजापति सिलाई मशीन चलाने से घर और परिवार की जिम्मेदारी संभालती थीं, लेकिन आज वे अपने परिवार के परंपरागत व्यापार को मजबूती के साथ आगे बढ़ा रही हैं। सोनिया और उनके पति रमेश कुमार प्रजापति मिलकर स्पेलर मशीन चलाकर अपने भविष्य की डिशा में काम कर रहे हैं, और इसके साथ ही वे दूसरों को भी सहारा प्रदान कर रहीं हैं। सोनिया प्रजापति आज महिला स्वावलंबन का एक उत्कृष्ट उदाहरण हैं।

मनिहारान क्षेत्र की निवासिनी रमेश कुमार प्रजापति की पत्नी, सोनिया प्रजापति, ने अपने कार्यों से दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनाया है। उनकी शादी को सोलह साल हो गए हैं और इस दौरान उन्होंने अपने परिवार को सहारा देने के लिए सिलाई मशीन सीखना शुरू किया। इस प्रकार, उन्होंने अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद की और साथ ही अन्य महिलाओं को भी सिलाई की कला सीखने का अवसर दिया। सोनिया बताती हैं कि उन्होंने बीस से अधिक युवतियों को सिलाई का कार्य सिखाकर आत्मनिर्भर बनाया है। आज उनका यह कार्य उनकी आजीविका का स्रोत बन गया है।

कुछ साल पहले, जब परिवार का पुराना व्यापार कमजोर होने लगा, तो सोनिया ने अपनी पुरानी दुकान में नई स्पेलर मशीन लगाकर स्वयं काम करना शुरू किया। उन्होंने सरसों की पिलाई करके उसका तेल बेचना शुरू किया, जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा हुआ। पिछले आठ सालों से, उन्होंने अपने पति रमेश कुमार प्रजापति के साथ मिलकर स्पेलर से तेल निकालने और बेचने का व्यावसाय संभाला है। उनकी स्पेलर की दुकान पर उन्होंने कई लोगों को रोजगार दिया है, जिससे वहां रोजगार के अवसर मिले हैं।

इसके अलावा, सोनिया प्रजापति ने राजनीति में भी अपनी भूमिका निभाई है और वर्तमान में उन्हें भारतीय जनता पार्टी में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के जिला संयोजक का दायित्व सौंपा गया है। सिलाई मशीन और अपने व्यापारिक कार्य के बावजूद, वह गांव-गांव, घर-घर जाकर बेटियों के संरक्षण के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए अपनी कड़ी मेहनत जारी रख रही हैं।

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *