Ram Mandir: राम मंदिर आंदोलन का अमरोहा से गहरा नाता, अयोध्या जाकर आंदोलन को दी मजबूती अमरोहा के निवासियों का राम मंदिर आंदोलन के प्रति गहरा समर्पण रहा है। स्थानीय कारसेवकों ने अपने साथियों के साथ मिलकर अयोध्या जाकर आंदोलन को मजबूती दी और इसमें अपना सकारात्मक योगदान दिया। उन्होंने बताया कि इस आंदोलन की नींव 1984 में मुरादाबाद में हुए हिंदू सम्मेलन के दौरान रखी गई थी और इसके बाद से ही विभिन्न सम्मेलन और तैयारियों में भाग लिया गया।
राम मंदिर के संघर्ष में शामिल रहे लोगों के लिए यह समय अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिससे उनमें उत्साह और उमंग बढ़ रहा है। अमरोहा के निवासी राम भक्त रोहिताश विद्यार्थी ने अपने कारसेवा यात्रा का विवरण दिया और बताया कि उन्होंने बजरंग दल के संयोजक के रूप में कार्य किया और अयोध्या के लिए समर्थन प्रदान किया।
उनकी गवाही के अनुसार, युवा नेता चेतन चौहान के नेतृत्व में करीब 700 से 800 लोगों का जत्था अयोध्या की ओर रवाना हुआ और उन्होंने अपने उत्साह से भरी यात्रा की। आंदोलन के समर्थन में वहां कार सेवकों का हुजूम था, और सभी ने मिलकर श्रीराम के मंदिर के निर्माण के लिए अपना सहयोग प्रदान किया।